26 February 2015
25 February 2015
बुरी लतों से बचिए।
Post Author - Unknown | Wednesday, February 25, 2015 | No comments |
यदि आपके पास भी Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है - safalbhariudaan@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thank You !
24 February 2015
अच्छी पढ़ाई के लिए अच्छी नींद आवश्यक है।
Post Author - Unknown | Tuesday, February 24, 2015 | 4 comments |
नींद आवश्यक प्रोटीन बनाती है :-
नींद शरीर को सुव्यवस्थित करती है :-
दोपहर की नींद :-
अनिद्रा की स्थिति पर काबू :-
2) अधिक प्रोटीन वाले भोजन से बचे-अगर आपको रात में नींद लेने में दिक्कत है तो सोने से पहले ज्यादा प्रोटीन वाले भोजन का उपभोग न करे।
3) सोने के समय का पालन- अगर आपके सोने के समय में बदलाव होता रहता है तो यह भी अनिद्रा का कारण होता है। इसलिए सोने का समय निशचित ( fixed) कर लीजिए।
अंत अधिक उपादेयक होता है :-
यदि आपके पास भी Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है - safalbhariudaan@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thank You !
23 February 2015
बेहतर तरीके से पढ़ाई
Post Author - Unknown | Monday, February 23, 2015 | 1 comment |
सीखने या याद करने में इस तरीक़े का प्रयोग करिए -
काल्पनिक चित्र :-
जो कुछ आप पढ़ते है। काल्पनिक चित्र में तबदील करने की कोशिश करिये। हमारे देखने की मेमोरी सुनने की मेमोरी की अपेक्षा बीस गुना ज्यादा है। क्योंकि आँखो का कनेक्शन दिमाग़ के साथ जुड़ा है। वे कानों की कोशिशकाओं के मुकाबलें बीस गुना मजबूत है। काल्पनिक चित्रण विधि का प्रयोग इतिहास जैसे विषयों में अच्छी तरह से किया जा सकता है। उदाहरण के लिए आपको हड़प्पा सभ्यता के बारे में जानने की आवश्यकता है तो पढ़िए, समझिए, उस सभ्यता का दिमाग में चित्रण करिये और उसमे रहने की कोशिश करिये।
इस बात का ध्यान रखे जो कुछ आप पढ़ते है उसके बारे में संबंध बैठाने के लिए आपके पास कुछ न कुछ चित्रण अवश्य होता है। सुनना हमें सिखने में मदत करता है जबकि देखना और कल्पना करना लम्बे समय तक याद रखने में मदत करता है।
मानसिक चित्रण ने मुझे पूर्ण स्मृति धारण करने में राष्ट्रीय कीर्तिमान बनाने में सहायता की। इसलिए किसी भी चीज़ का दिमाग में हमेशा चित्रण करिए।
यदि आपके पास भी Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है - safalbhariudaan@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thank You !
22 February 2015
एकग्रता का कैसे विकास करें ?
Post Author - Unknown | Sunday, February 22, 2015 | 1 comment |
यदि आपके पास भी Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है - safalbhariudaan@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thank You !
21 February 2015
परीक्षा के लिए।
Post Author - Unknown | Saturday, February 21, 2015 | No comments |
यदि आपके पास भी Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है - safalbhariudaan@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thank You !
19 February 2015
अगले दिन की योजना बनाकर अवचेतन मन की शक्ति का लाभ लीजिए।
Post Author - Unknown | Thursday, February 19, 2015 | 2 comments |
यदि आपके पास भी Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है - safalbhariudaan@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thank You !
आतंरिक बल से सफ़लता और टुकड़ो में याद रखें।
Post Author - Unknown | Thursday, February 19, 2015 | No comments |
यदि आपके पास भी Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें। हमारी Id है - safalbhariudaan@gmail.com पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे। Thank You !
18 February 2015
आलस से बचिए।
Post Author - Unknown | Wednesday, February 18, 2015 | No comments |
यदि आपके पास भी Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है - safalbhariudaan@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thank You !
17 February 2015
सबसे महत्त्वपूर्ण काम सबसे पहले करिए।
Post Author - Unknown | Tuesday, February 17, 2015 | No comments |
दिनांक :-
|
ए (अनिवार्य कार्य ) बी (महत्वपूर्ण कार्य) सी (सामान्य कार्य )
|
1. 1. 1.
|
2. 2. 2.
|
3. 3. 3.
|
यदि आपके पास भी Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है - safalbhariudaan@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thank You !
16 February 2015
सुबह जल्दी उठिए।
Post Author - Unknown | Monday, February 16, 2015 | No comments |
सुबह का पहला घंटा पुरे दिन की दिशा तय करता है।
- हेनरी वार्ड बीचर
'जो जल्दी सोते है,जल्दी उठते है, उनके पास स्वास्थ, पैसा और बुद्धि रहती है।' इस कहावत को आज जितना नजर अंदाज किया गया है, उतना किसी दूसरी कहावत को नही किया गया। यह बात मै अनुभव से जानता हू। कभी मै भी रात को २-३ बजे सोकर सुबह ८-९ बजे उठता था और अगर आप आधी रात के बात सोते है, तो आप भी मेरी ही श्रेणी में आते है। time management की दॄष्टि से यह बिलकुल ही गलत है, क्योंकि सुबह देर से उठने पर आपके पास दूसरे कामों के लिए तो समय रहता है लेकिन अपने लिये समय नहीं रहता है।
एक बात जान लीजिए, समय के सर्वश्रेष्ठ उपयोग में सबसे बड़ी दिक्क़त दूसरों की तरफ़ से आती है और सुबह यह दिक्कत सबसे कम होती है,इसलिए सुबह के १ घंटे में आप जितना काम कर लेते है, उतना दोपहर में ३ घंटे में हो पाएगा। सुबह mobile का tension भी नहीं रहता, अख़बार भी देर से आता है, बच्चे भी देर से उठते है, इसलिए आप पूरी एकाग्रता से काम कर सकते है।
हमारे पूर्वजों की जीवनशैली ज्यादा स्वस्थ इसलिए थी, क्योंकि वे प्रकृति के करीब थे। वे न सिर्फ प्राकृतिक वातावरण में रहते थे, बल्कि प्रकृति की लय में कार्य करते थे। सुबह का वातावरण इतना पवित्र और शांत रहता था कि ऋषि-मुनि ब्रह्म मुर्हुत में भजन-पूजन करते थे। वे मुर्गे की बाँग के साथ उठते थे और चाँद निकल ने पर सो जाते थे। इस तरह वे अपने शरीर को प्रकृति के सांमजस्य में रख रहे थे। आज आधुनिकता की होड़ में कृत्रिमता का माहौल इतना बढ़ चूका है कि प्रकृति से मनुष्य का सारा संपर्क ही टूट चूका है। रात को देर तक जागने से मनुष्य की प्राकृतिक लय ख़त्म हो जाती है और वह सुबह देर से उठता है। नतीजा यह होता है कि उसका हाजमा ख़राब होता है, कब्ज़ की शिकायत रहती है, ताज़गी और स्फूर्ति का अभाव होता है और दिन भर उसके शरीर में आलस भरा रहता है।
यदि आपके पास भी Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है - safalbhariudaan@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thank You !
14 February 2015
मनुष्य का भाग्य स्वयं मनुष्य के हाथ में ही होता है।
Post Author - Unknown | Saturday, February 14, 2015 | No comments |
एक समय की बात है -
एक बार एक गुरूजी कक्षा में सभी छात्रों को पढ़ा रहे थे कि मनुष्य का भाग्य स्वयं मनुष्य के हाथ में ही होता है। आप जैसे सोंच रखेंगे, या फिर जैसे कर्म करेंगे आप वैसे ही बन जाएंगे। ये life सभी को एक-समान उपलब्धियां (opportunity) देती हैं, लेकिन ये सब आप पर निर्भर करता है कि आप अपने opportunity का इस्तेमाल कैसे करते हैं।
गुरूजी का मनुष्य का भाग्य बदलने वाला एक उदाहरण -
गुरूजी ने सभी छात्रों के सामने एक प्रयोग किया। उन्होंने तीन कटोरे लिए और एक में आलू, दूसरे में अंडा और तीसरे में चाय की पत्ती डाल दी। अब तीनों कटोरों में पानी डालकर उनको गैस पर उबलने के लिए रख दिया। सभी छात्र ये सब ध्यानपूर्वक देख रहे थे, लेकिन उनकी समझ में कुछ भी नहीं आ रहा था। २० मिनट के बाद जब तीनों बर्तनो में उबाल आने लगा तो गुरूजी ने सभी कटोरों को नीचे उतार दिया और आलू, अंडा और चाय को बाहर निकाल कर उनके सामने पेश किया। अब गुरूजी ने सभी छात्रों से तीनों चीजों को गौर से देखने के लिए कहा लेकिन कोई भी छात्र इस बात को समझ नहीं पा रहे थे।
अंत में गुरु जी ने ही एक छात्र को बुला कर उसे तीनों चीजों (आलू, अंडा और चाय) को हाथ लगाने के लिए कहा। जब छात्र ने आलू को हाथ लगाया तो ये महसूस किया कि जो आलू पहले काफ़ी कठोर था, लेकिन अब वह पानी में उबलने के बाद काफ़ी मुलायम हो गया है। अब अंडे को उठाया तो देखा, जो अंडा पहले बहुत नाज़ुक था अब कठोर हो गया है। अब चाय के कप को उठाया तो देखा, चाय की पत्ती ने गर्म पानी के साथ मिलकर अपना रंग बदल लिया और अब वह चाय बन चुकी थी।
इसी तरह गुरु जी ने उन सबको समझाया-
हम ने तीनों को एक समान पानी में उबाला था लेकिन बाहर आने पर तीनों चीज़ें एक जैसी नहीं मिली। क्योंकि आलू जो कठोर था वो मुलायम हो गया, अंडा पहले से ज्यादा कठोर हो गया और चाय की पत्ती ने भी अपना रंग बदल दिया, इसी संदर्ब की तरह यही बात मनुष्य पर भी लागू होती है। एक मनुष्य मुसीबतों में अपना धैर्य खो देता है और वहीं दूसरा बुद्धिमान मनुष्य मुसीबतों का सामना करते हुए अपने लक्ष्य को हासील कर लेता है।
तो friends, इसी तरह विधाता भी सभी को समान अवसर (opportunity) और मुसीबतें प्रदान करते हैं, लेकिन ये पूरी तरह हम पर depend करता है कि हम कैसा बनाना चाहते हैं और किस तरह हम अपने जीवन के लक्ष्य को सफ़ल बनाते हैं।
!!!! ALL THE BEST !!!!
यदि आपके पास भी Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है - safalbhariudaan@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thank You !
13 February 2015
कर्म में जुट जाए।
Post Author - Unknown | Friday, February 13, 2015 | No comments |
समय की रेत पर कदमों के निशान बैठकर नही बनाए जा सकते।
- कहावत
बेहतरीन लक्ष्यों और सर्वश्रेष्ठ योजनाओं के बावजूद आप असफल हो सकते है, बेशर्ते आप उन पर आप अमल न करे। कर्म ही वह जादुई तत्व है, जो आपको स्थायी सफ़लता दिलाता है।
हम सब जानते है कि बिना मेहनत किये हम सफ़ल नही हो सकते, परन्तु आष्चर्यजनक बात यह है कि इसके बावजूद हम मेहनत से जी चुराते है, काम को टालते रहते है, मूड ना होने का बहाना बनाते है, समय या संसाधन की कमी का तर्क देते है यानि ,काम करने के अलावा सब कुछ करते है। इस संदर्भ में तुलसीदास जी के इस दोहे को याद रखिए, 'सकल पदारथ है जग माहीं। करमहीन नर पावत नाही।' यानी इस संसार में सारी चीज़ें हासिल की जा सकती है, लेकिन वे कर्महीन व्यक्ति को नही मिलती है।
अगर आप भविष्य में सफलता की फ़सल काटना चाहते है, तो आपको उसके लिए बीज आज बोने होंगे। अगर आप आज बीज नही बोएंगे, तो भविष्य में फ़सल काटने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं ? पूरी सृष्टि कर्म और फल के सिद्धांत पर चलती है, इसलिए आपको अपने कर्म के अनुपात में ही फल मिलेंगे।
यदि आप सफलता चाहते है, तो कर्म में जुट जाए और तब तक जुटे रहें, जब तक कि आप सफल न हो जाए। यदि आप समय का सर्वश्रष्ठ उपयोग करना सीख लेते है, तो आगे चल कर समय आपको वह वस्तु दे देगा, जिसे आप प्रबलता से चाहते है - सम्मान, सफलता, धन, सुख, या फिर जो भी आप चाहते है।
यदि आपके पास भी Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है - safalbhariudaan@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thank You !
12 February 2015
कुछ विचार आप सभी के लिए।
Post Author - Unknown | Thursday, February 12, 2015 | No comments |
1. अपने विचारों पर ध्यान दे, वे आपके शब्द बन जाते है। अपने शब्दों पे ध्यान दे वे आपके क्रियाये बन जाते है। अपनी क्रियाओं पर ध्यान दे वे आपकी आदते बन जाती है। अपनी आदतों पर ध्यान दे वे आपका चरित्र बन जाती है।
2. लाभ कोई बुरा शब्द नही है।
3. केवल अस्तित्व के लिए नही बल्कि जीने के लिए जिए।
4. partnership टूटने के लिए ही बनाई जाती है।
5. पुराने रिकॉर्डों में और पत्रों में से ९०% की कभी भी आवश्यकता नही पड़ती।
6. कोई एक रास्ता पक्का नही है, जिस अनुसार आप निर्णय ले सके, इसलिए हर एक रास्ता अपनाए।
शिकायतें एक तरह का सुझाव होती है।
7. बजट एक चुनौती है।
8. computer केवल विष्वसनीय और आज्ञाकारी है।
9. काग़ज़ एक लेखन सामग्री है, वह अपने आप काम नहीं करता।
10. काम करने वाले के लिए काम कभी ख़त्म नही होता, हमेशा एक नया काम तैयार रहता है।
11. भविष्य की उन्नति केलिए वर्तमान का सदुपयोग करने को तैयार रहें।
12. शिक्षा में जीवन की हर प्रकार की स्थितियों का सामना करने की योग्यता है।
13. शिक्षा का महत्वपूर्ण लक्ष्य ज्ञान नही बल्कि व्यावहारिकता है।
14. ज्ञान और लकड़ी का इस्तेमाल बिना मौसम या मौके से ज्यादा नही करना चाहिए।
15. पक्षी तालाब से पानी पीते है परन्तु उसे खाली नही कर सकते।
16. कल्पना ज्ञान से अधिक ज्यादा महत्त्वपूर्ण है।
17. किसी चीज़ को पूरी तरह जानने के बाद ही सीखने का कोई अर्थ है।
18. ऐसी चीजें याद रखना बेवकूफी है, जो बाद में आपको भूल जानी पड़े।
19. व्यावहारिक ज्ञान को अपना सर्वोत्तम मित्र बनाएँ।
20. या तो मै कोई रास्ता ढूंढूंगा या फिर बना लूंगा।
21. कचरा अंदर डाले तो कचरा ही बाहार निकलेगा।
22. जहा सुई जाती है वहा धागा भी जाता है।
23. पयोग की जा रही चाबी हमेशा चमकदार रहती है।
24. अनंत प्रसन्नता के लिए अपने सुनहरी पेन और जुबान का प्रयोग करें।
25. व्यापार ठीक साइकिल चलाने जैसा है, या तो आप चलते रहते है या फिर गिर जाते है। इन दोनों के बीच की कोई स्थिति नही है।
26. लाभ के बारे में जितना हो सके देर से सोचें, खर्चो के बारे में जितना हो सके जल्दी सोचें।
27. अगर सभी संभव रुकावटों को पहले ही ख़त्म कर दिया जाए, तो करने केलिए कोई काम नही रहेगा।
28. अपने ग्राहक या कर्मचारी के लिए प्रतिदिन एक अच्छा काम करके एक नायक की तरह महसूस कीजिए।
29. खुशी को ढूंढ़ना परछाई को पकड़ने या हवा का पीछा करने जैसा है।
30. प्रतिभा से धन कमा जा सकता है, लेकिन धन से प्रतिभा नहीं।
यदि आपके पास भी Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है - safalbhariudaan@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thank You !
11 February 2015
स्वयं को व्यवस्थित करें
Post Author - Unknown | Wednesday, February 11, 2015 | No comments |
अव्यवस्थित जीवन हमारे सामने कई मुश्किलें खड़ी कर देता है। इनमें से एक मुश्किल यह है कि हमारा समय न चाहते हुए भी अनावश्यक रूप से बर्बाद होता है और दुःखद बात यह है कि हम खुद इस के लिए दोषी है है।
इसलिए समय के सर्वश्रेष्ठ उपयोग का यह सिद्धांत है - खुद को व्यवस्थित करिए।
अव्यवस्था का सबसे आम उदाहरण है किसी काग़ज़ या फाइल का न मिलना। अनुमान है कि ऑफिस में काम करने वाले लोग किसी कागज़ या फाइल को खोजने में हर दिन लगभग ३० मिनिट बर्बाद करते है। आलस या जबरदस्ती के कारण हम किसी चीज़ को सही जगह पर नही रखते और फिर उसे खोजने में ऑफिस या घर को अस्त-व्यस्त कर देते है। अंत में हमें किसी ऐसी जगह पर मिलती है, जहा उसे रखा ही नहीं जाना चाहिए था।
अव्यवस्था का और एक रूप है बीमारी। असंतुलन भोजन, अनियमित नींद, चिंता, तनाव और हानिकारक आदतों की वजह से अक्सर हम खुद ही बीमारी को आमंत्रित करते है। समय का सर्वश्रेठ उपयोग करने केलिए हमें व्यवस्थित जीवन जीना चाहिए, ताकि बीमारी हमसे दूर ही रहे। हमें यह याद रखना चाहिए कि बीमारी की वजह से हमारे कई दिन बर्बाद हो सकते है, क्योंकि इस दौरान हम कोई रचनात्मक या चुनौतीपूर्ण कार्य करने की स्थिति में नही होते है। बीमारी की वजह से समय की बर्बादी दुःखद है, क्योंकि संतुलन आहार या नियमित व्यायाम द्वारा अधिकांश बीमारियों से बचा जा सकता है।
अव्यवस्था का एक और रूप है आवश्यकता से अधिक या कम भोजन करना। अधिक भोजन करने के बाद हम सुस्त पद जाते है, हमारी एकाग्रता और ऊर्जा में कमी आ जाती है, जिस वजह से हमारा काम अच्छी तरह से नही हो पाता है। दूसरी तरफ, जरुरत से कम भोजन करना भी ठीक नही है, क्योंकि ऐसा करने पर हमें कमज़ोरी या सिरदर्द होने लगता है, हम जल्दी थक जाते है, चिड़चिड़े हो जाते है, और इस वजह से अपने काम को पूरी एकाग्रता या शक्ति से नही कर पाते है।
अव्यवस्था का एक और रूप है अनावश्यक चर्चा, चाहे वह चर्चा प्रत्यक्ष हो या अप्रत्यक्ष ( जैसे की फोन पर ) । फोन पर चर्चा करने से पहले यदि हमारे पास आवश्यक बातों की बिंदुवार योजना हो, तो चर्चा सार्थक होती है। परन्तु अगर हम फोन पर गैर-जरुरी बाते करते रहे और जरुरी बाते भूल जाए, तो निशचित रूप से यह लापरवाही का सूचक और समय की बर्बादी का उदहारण है।
अव्यवस्था का एक और सादा उदाहरण है बिना appointment लिए किसी से मिलने चले जाना। यदि अपने appointment नही लिया है, तो हो सकता है की आपका समय बर्बाद हो। यह भी होसकता है कि सामने वाला आपसे मिले ही नही और आपके आने-जाने का पूरा समय बर्बाद हो जाये।
यह भी ध्यान रखे कि अगर आपकी दिनचर्या व्यवस्थित है तो आपका जीवन भी व्यवस्थित होगा और जब आपका जीवन व्यवस्थित होगा तो आप सहजता से समय का सर्वश्रेष्ठ उपयोग कर पायेंगे।
यदि आपके पास भी Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है - safalbhariudaan@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thank You !
7 February 2015
टाइम टेबल बनाइये।
Post Author - Unknown | Saturday, February 07, 2015 | No comments |
पूर्ण टाइम टेबल :-
संक्षिप्त टाइम टेबल :-
संक्षिप्त टाइम टेबल बनाना और उसका पालन करना आसान है या शुरुवात में अच्छा है। यह व्यवसायिक लक्ष्य हासिल करने का बेहतरीन तरीका है। फिलाल, इस बात का ध्यान रखें कि संक्षिप्त टाइम टेबल आपको सिर्फ एक दिशा में सफ़लता दिलाता है, जबकि पूर्ण टाइम टेबल जीवन के हर क्षेत्र में सफलता दिलाता है क्योकि वह संतुलन और संपूर्ण होता है।
" सारा समय-प्रबंधन योजना से शुरू होता है।"
- टॉम ग्रीनिंग
यदि आपके पास भी Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है - safalbhariudaan@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thank You !
Sign Up
BEST OF SAFALBHARIUDAAN.COM
- सापेक्षता के नियम को समझें।
- बुरी लतों से बचिए।
- अच्छी पढ़ाई के लिए अच्छी नींद आवश्यक है।
- बेहतर तरीके से पढ़ाई
- एकग्रता का कैसे विकास करें ?
- परीक्षा के लिए।
- अगले दिन की योजना बनाकर अवचेतन मन की शक्ति का लाभ ...
- आतंरिक बल से सफ़लता और टुकड़ो में याद रखें।
- आलस से बचिए।
- सबसे महत्त्वपूर्ण काम सबसे पहले करिए।
- सुबह जल्दी उठिए।
- मसाला बेचकर महाशय जी बने अरबपति।
- मनुष्य का भाग्य स्वयं मनुष्य के हाथ में ही होता है...
- कर्म में जुट जाए।
- कुछ विचार आप सभी के लिए।
- स्वयं को व्यवस्थित करें
- टाइम टेबल बनाइये।
- प्रसन्नता के लिए कुछ विचार
- खुद को सवारे इन विचारों से
- आपका समय कितना किमती है।
- आपके पास दरअसल कितना समय है ?
- आज कल समय की इतनी कमी क्यों महसूस होती है ?
- डर पर काबू पाए
- R.K.Laxman The Great Cartoonist And The Comman Man...
- स्मृति को ताजगी देने वाला पानी
- राष्ट्रपिता महात्मा ज्योतिबा फुले
CATEGORIES
- Control to fear (1)
- Great Person Stories (1)
- Health Tips in Hindi (1)
- Hindi Quotes (3)
- Personal Devlopment (4)
- Self Improvement (9)
- Study Tips for Students in Hindi (5)
- Success Stories (4)
- Time Management Tips Hindi (20)
- सफलता के गुरु-मंत्र (3)