बेहतर तरीके से पढ़ाई
सोचिए कि आप 6 दिन बाद परीक्षा में बैठने जा रहे है। आपको 5 विषयों की तैयारी करनी है। आप निचे दिए कोन-सा तरीक़ा अपनाएंगे ?
तरीका - 1 : -
एक दिन में एक विषय को अच्छे से पढ़ लीजिए और 6 वे दिन अंतिम ( last ) रूप उन सभी विषयों की rivision ( दोहराना ) करिए।
तरीका - 2 :-
सभी विषयों को संयुक्त तरीक़े से पढ़े। जैसे कि दो घंटा गणित, फिर अगले दो घंटे साइंस आदि।
दिमाग़ को समझें :-
जब हम कोई खास विषय पढ़ते है तो दिमाग़ का एक खास भाग अन्य भाग की अपेक्षा अधिक काम करने लगता है। जब हम साइंस की ओर ध्यान देते है तो दिमाग़ का दूसरा भाग काम करने लग जाता।
इस प्रकार, विषय बदलकर पढ़ने से दिमाग़ के विशेष भाग को बारी-बारी से ताजा होने का मौका मिल जाता है और हमें थकान महसूस नही होती।
निष्कर्ष :-
अगर हम पुरे दिन एक ही विषय पढ़े तो दिमाग़ के खास भाग पर अधिक दबाव बनता है जो कि किसी भी सूरत में अवांछनीय है। इसलिए सभी को बदल-बदलकर संयुक्त रूप से पढ़े। जैसे कि दो-तीन घंटे गणित पढ़ने के बाद, साइंस फिर अगले दो घंटे में अन्य विषय।
सीखने या याद करने में इस तरीक़े का प्रयोग करिए -
काल्पनिक चित्र :-
जो कुछ आप पढ़ते है। काल्पनिक चित्र में तबदील करने की कोशिश करिये। हमारे देखने की मेमोरी सुनने की मेमोरी की अपेक्षा बीस गुना ज्यादा है। क्योंकि आँखो का कनेक्शन दिमाग़ के साथ जुड़ा है। वे कानों की कोशिशकाओं के मुकाबलें बीस गुना मजबूत है। काल्पनिक चित्रण विधि का प्रयोग इतिहास जैसे विषयों में अच्छी तरह से किया जा सकता है। उदाहरण के लिए आपको हड़प्पा सभ्यता के बारे में जानने की आवश्यकता है तो पढ़िए, समझिए, उस सभ्यता का दिमाग में चित्रण करिये और उसमे रहने की कोशिश करिये।
इस बात का ध्यान रखे जो कुछ आप पढ़ते है उसके बारे में संबंध बैठाने के लिए आपके पास कुछ न कुछ चित्रण अवश्य होता है। सुनना हमें सिखने में मदत करता है जबकि देखना और कल्पना करना लम्बे समय तक याद रखने में मदत करता है।
मानसिक चित्रण ने मुझे पूर्ण स्मृति धारण करने में राष्ट्रीय कीर्तिमान बनाने में सहायता की। इसलिए किसी भी चीज़ का दिमाग में हमेशा चित्रण करिए।
यदि आपके पास भी Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है - safalbhariudaan@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thank You !
सीखने या याद करने में इस तरीक़े का प्रयोग करिए -
काल्पनिक चित्र :-
जो कुछ आप पढ़ते है। काल्पनिक चित्र में तबदील करने की कोशिश करिये। हमारे देखने की मेमोरी सुनने की मेमोरी की अपेक्षा बीस गुना ज्यादा है। क्योंकि आँखो का कनेक्शन दिमाग़ के साथ जुड़ा है। वे कानों की कोशिशकाओं के मुकाबलें बीस गुना मजबूत है। काल्पनिक चित्रण विधि का प्रयोग इतिहास जैसे विषयों में अच्छी तरह से किया जा सकता है। उदाहरण के लिए आपको हड़प्पा सभ्यता के बारे में जानने की आवश्यकता है तो पढ़िए, समझिए, उस सभ्यता का दिमाग में चित्रण करिये और उसमे रहने की कोशिश करिये।
इस बात का ध्यान रखे जो कुछ आप पढ़ते है उसके बारे में संबंध बैठाने के लिए आपके पास कुछ न कुछ चित्रण अवश्य होता है। सुनना हमें सिखने में मदत करता है जबकि देखना और कल्पना करना लम्बे समय तक याद रखने में मदत करता है।
मानसिक चित्रण ने मुझे पूर्ण स्मृति धारण करने में राष्ट्रीय कीर्तिमान बनाने में सहायता की। इसलिए किसी भी चीज़ का दिमाग में हमेशा चित्रण करिए।
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बहुत ही बढिया आर्टिकल है। किसी विद्यार्थी का पढाई में सफलता पाने और अव्वल आने में आपका अह आर्टिकल बहुत सहायक सिद्ध होगा।
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